Some of website and foreigners claim that Rajputs are foreign origin and
comes from huna but in India you can claim anything and comes with
clean cheat.
False Aryan Invasion theory:
On
10 April, 1866 in London at a secret meeting held by the Royal Asiatic
Society, They made a false Aryan Invasion theory so they can keep India
in control.
Source: http://arisebharat.com/2008/01/21/bbc-accepts-that-the-aryan-invasion-theory-is-flawed/
I said about Aryan invasion theory for taking this as a proof that
Foreign peoples try to use fake theory to get benefit and All of
historian peoples who claim that Rajput/Kshatriya is a foreign origin
was a British (Angrez or foreigner) but later some of Indian historian
follow them and claims similar thing however most of their claims are
proven false like they claim that Rajput was either belong to Hunas or kushanas and shakas but recently proven that rajputs
have nothing to do with kushanas, shakas and hunas and even western
historians admit that chandellas, rathores, parmaras, kalachuris and
gharavads are of indigenous stock.
Huns and Foreign origin settled in Rajputana?
This is also a misleading that we settled in Rajputana and become
a Hindi but in India you can claim anything so I want to ask them some
question?
If foreigner comes to your home then you will give us without fighting
with them? No one will write about this on books/script that foreigner
occupied your land and home?
There is no any proof of a war and any story that Rajputs settled in
Rajputana or become a hindu but of-course in India you can claim that
sun rise from north and set in your home without any scientific proof.
Aug 4, 2016
Aug 1, 2016
Rajput don't need reservation?
Peoples talk about Rajput Reservation but I want to clear that I am
against reservation giving to Rajput because we don't need to forget
that we're Rajput and we can live without any external help.
We're mentally so strong, We can earn money by improving our skill instead of becoming a burden for anyone.
So never think about Reservation, This is against our basic Rajput Rule.
Proud on Rajput.
We're mentally so strong, We can earn money by improving our skill instead of becoming a burden for anyone.
So never think about Reservation, This is against our basic Rajput Rule.
Proud on Rajput.
Jul 30, 2016
राजपूत आगे कैसे बढेंगे?
हमारी आबादी 46 करोड है फिर भी हम रुकने वालो मे से नहीं हैं। सान से रहते हैं चाहे सूरज पक्षीम से ही क्यों ना निकलने लगे। आपको आगे बढ्ने के लिए कई उपाए बताता हूं।
1. कंपनी चलाते हैं तो राजपूतों को नौकरी पर रख सकते हैं जिससे हमारा कमयुनीटी पिछडे ना। ईसकी कोई जरुर नही की राजपूत कितने वश्वास पात्र होते हैं।
2. व्यपार नही करते तो कर सकते हैं क्यों की जमाना बदल गया है और हमे भी थोडा बदलाव करना पडेगा।
3. एक दूसरे राजपूतों के साथ व्यापार कर के ना सिर्फ जान पहचान बढा सकते हैं अपितू व्यापार भी बढा सकते हैं।
4. कोई भी राजपूत संकट मे हो तो उनकी मदद करें। ये हमारा धर्म है।
5. स्कुल चलाएं और अच्छी शिक्षा दें। आस पास के हर राजपूत के बच्चे को उसमे पढाएं। उन बच्चों को काउंसील दें ताकी वो पहले ही अपना रास्ता आसानी से चून लें।
6. सरकारी नौकरी जैसे IAS/IPS के लिए अपने बच्चॊं को तैयार करें।
7. चुनाव लडें। ईसमे सर्म की कोई बात नही है। आप राजपूत हैं और हमे नेता बनना चाहीए प्रजा का ईसलिए चाहे गांव के मुखीया या देश के PM का चुनाव हो उसके लिए भी खडा हो जाएं।
8. NGO चलाएं जो राजपूतों के मदद करने के लिए हो। NGO से कमाई भी हो सकता है।
9. नौकरी करने वाले राजपूत दुसरे राजपूत को नौकरी दिला सकते हैं। बदले मे कुछ पाने की ना सोचें या जो जान पहचाने के राजपूत को आपने नौकरी दिलाई हो उसे दबाने की कोसीस ना करें।
ईस फारम से जूडें। ये हमे एक कर सकता है। हमे जोड सकता है। मेरा मकशद ही राजपूतों को आगे बढाना है..
1. कंपनी चलाते हैं तो राजपूतों को नौकरी पर रख सकते हैं जिससे हमारा कमयुनीटी पिछडे ना। ईसकी कोई जरुर नही की राजपूत कितने वश्वास पात्र होते हैं।
2. व्यपार नही करते तो कर सकते हैं क्यों की जमाना बदल गया है और हमे भी थोडा बदलाव करना पडेगा।
3. एक दूसरे राजपूतों के साथ व्यापार कर के ना सिर्फ जान पहचान बढा सकते हैं अपितू व्यापार भी बढा सकते हैं।
4. कोई भी राजपूत संकट मे हो तो उनकी मदद करें। ये हमारा धर्म है।
5. स्कुल चलाएं और अच्छी शिक्षा दें। आस पास के हर राजपूत के बच्चे को उसमे पढाएं। उन बच्चों को काउंसील दें ताकी वो पहले ही अपना रास्ता आसानी से चून लें।
6. सरकारी नौकरी जैसे IAS/IPS के लिए अपने बच्चॊं को तैयार करें।
7. चुनाव लडें। ईसमे सर्म की कोई बात नही है। आप राजपूत हैं और हमे नेता बनना चाहीए प्रजा का ईसलिए चाहे गांव के मुखीया या देश के PM का चुनाव हो उसके लिए भी खडा हो जाएं।
8. NGO चलाएं जो राजपूतों के मदद करने के लिए हो। NGO से कमाई भी हो सकता है।
9. नौकरी करने वाले राजपूत दुसरे राजपूत को नौकरी दिला सकते हैं। बदले मे कुछ पाने की ना सोचें या जो जान पहचाने के राजपूत को आपने नौकरी दिलाई हो उसे दबाने की कोसीस ना करें।
ईस फारम से जूडें। ये हमे एक कर सकता है। हमे जोड सकता है। मेरा मकशद ही राजपूतों को आगे बढाना है..
Feb 28, 2016
राजस्थान मे दिखता है राजपूतों की एकता
राजस्थान ही एक बचा है जहां राजपूतों की एकता दिखती है। अगर आप उत्तर प्रदेश को देखे तो पाएंगे की राजपूत एक दूसरे को दबाने मे लगे रहते हैं वही अगर आप राजस्थान मे कोई काम कर रहे हों तो सामने वाला राजपूत हो और आप भी तो वो आपको ही अपने काम के लिए चूनेगा वहीं उत्तर प्रदेश मे अगर पता चल जाए तो आपको हटाने के लिए या नुकशान करने के लिए पूरा दम लगा देगा और एसा लगेगा जैसे दो पुराने दूसमन मिल गए हों दोनो ही पुरी तरह से दुसमनी नीभाते हैं।
अगर आप सोच रहे हों की मै राजस्थान से हूं तो बता दूं की मै उत्तर प्रदेश का ही हूं।
राजस्थान को देखकर मैने यही सीखा है की आगे से राजपूत हो सामनेवाला तो जीतोड मदद करना चाहीए उसका।
जयपूर की बात है जब एक राजसाही खानदान के राजपूत को पता चला की राजपूत को कान्ट्रैक्ट दे रहे हैं जो महंगा था फिर भी राजपूत को ही चूना एसे ही कई अनूभव वहां से मीला।
ऐसा नही है कि सभी एक जैसे हों पर हमे एक दुसरे से सीखना चाहीए और अगर वो अच्छा हो उसे अपनाना चाहीए।
अगर आप सोच रहे हों की मै राजस्थान से हूं तो बता दूं की मै उत्तर प्रदेश का ही हूं।
राजस्थान को देखकर मैने यही सीखा है की आगे से राजपूत हो सामनेवाला तो जीतोड मदद करना चाहीए उसका।
जयपूर की बात है जब एक राजसाही खानदान के राजपूत को पता चला की राजपूत को कान्ट्रैक्ट दे रहे हैं जो महंगा था फिर भी राजपूत को ही चूना एसे ही कई अनूभव वहां से मीला।
ऐसा नही है कि सभी एक जैसे हों पर हमे एक दुसरे से सीखना चाहीए और अगर वो अच्छा हो उसे अपनाना चाहीए।
Jan 30, 2015
Maharana Pratap और Prithviraj Chauhan कि पूरी कहानी PDF मे डाउन्लोड करें
ईतिहास के बारे मे जानना अधीकतर लोगो को अच्छा लगता है और वो ईतिहास राजपूत का हो तो रुची और बढ जाती है।
गुगल पर खोजते खोजते यह साईट मिल गया जिसपर पृथ्वीराज चौहान और महाराणा प्रताप जी की कहानी PDF मे मिल गया।
वेबसाईट: <removed>
रजपूतों को तो अपना ईतिहास अवश्य जानना चाहिए।
गुगल पर खोजते खोजते यह साईट मिल गया जिसपर पृथ्वीराज चौहान और महाराणा प्रताप जी की कहानी PDF मे मिल गया।
वेबसाईट: <removed>
रजपूतों को तो अपना ईतिहास अवश्य जानना चाहिए।
Jun 14, 2013
राजपूतों के खिलाफ लिखने से ईतिहास नही बदल जाएगा
राजपुतों के खिलाफ कई वेबसाईट आपको मिल जाएंगे जिनका कुछ और काम नही है बस दुसरों की बेकार मे बुराई करना है और बिना किसी ठोस सबुत के ही लिखते रहते हैं।
एक साईट पर पढा था जिसमे राजपूतों की जम कर बुराई की गई है जैसे उनको बाहर से आए लोग कहा गया है लेकीन एसा कौन सा जाती है जो बाहर से आ कर नही बसा है? मैने तो ईतिहास के किताब मे पढा था अधीकतर जातीयां अफ्रिका से आ कर दुसरे दुसरे जगहो पर बसी थी और आखीर सभी मनुष्य धरती के ही हैं या जो राजपुतों के खिलाफ लिखते हैं वो चांद पर रहते हैं और वही से राजपुतों के खिलाफ लिखते रहते हैं?
उस साईट पर और भी बहुत कुछ लिखा है और एक लेख एसा जिसके बारे मे मैने कभी कही सुना नही है और रामायण मे आपने ईसके बारे मे कभी सुना भी नही होगा
- कई बार परसूराम ने क्षत्रिय Dynasty को खत्म किया लेकीन राजपुतो के खिलाफ लिखा गया है की जब क्षत्रिय को मार दिया तो "ब्राहमणॊ ने माउंट आबू पर जा कर तपस्या किया"
राजपुत अगर गलत थे तो उस समय उन लोगो कि क्या भूमिका थी? और अगर सवाल पुछने लगू तो एसे लेख लिखने वाले लोगों के मुह खुद ही बंद हो जाएंगे। एसे साईट अगर रिसर्च करने के बजाए कुछ काम करते तो ज्यादा अच्छा होता।
राजपुतों के खिलाफ लिखने से ईतीहास नही बदल जाएगा।
जो ईतीहास के रचैता हैं वो आज के विजेता हैं।
एक साईट पर पढा था जिसमे राजपूतों की जम कर बुराई की गई है जैसे उनको बाहर से आए लोग कहा गया है लेकीन एसा कौन सा जाती है जो बाहर से आ कर नही बसा है? मैने तो ईतिहास के किताब मे पढा था अधीकतर जातीयां अफ्रिका से आ कर दुसरे दुसरे जगहो पर बसी थी और आखीर सभी मनुष्य धरती के ही हैं या जो राजपुतों के खिलाफ लिखते हैं वो चांद पर रहते हैं और वही से राजपुतों के खिलाफ लिखते रहते हैं?
उस साईट पर और भी बहुत कुछ लिखा है और एक लेख एसा जिसके बारे मे मैने कभी कही सुना नही है और रामायण मे आपने ईसके बारे मे कभी सुना भी नही होगा
- कई बार परसूराम ने क्षत्रिय Dynasty को खत्म किया लेकीन राजपुतो के खिलाफ लिखा गया है की जब क्षत्रिय को मार दिया तो "ब्राहमणॊ ने माउंट आबू पर जा कर तपस्या किया"
राजपुत अगर गलत थे तो उस समय उन लोगो कि क्या भूमिका थी? और अगर सवाल पुछने लगू तो एसे लेख लिखने वाले लोगों के मुह खुद ही बंद हो जाएंगे। एसे साईट अगर रिसर्च करने के बजाए कुछ काम करते तो ज्यादा अच्छा होता।
राजपुतों के खिलाफ लिखने से ईतीहास नही बदल जाएगा।
जो ईतीहास के रचैता हैं वो आज के विजेता हैं।